धर्मयुद्ध में शूद्र

जब-जब तुम धर्म के लिए लड़ोगे, फायदा केवल पुजारी का होगा। राम, कृष्ण, शिव की कहानी सुनाकर, तुम्हें लड़ाया जाएगा। तुम लड़ते रहोगे दंगे में, पुजारी बैठेगा आसन पर। तुम उस कहानी पर गर्व करते हो, जिसे लिखने वाला पुजारी है। जिस कहानी के लिए तुम्हारे पुरखे मरे, तुम भी लड़ते-लड़ते मर जाओगे। अगर तुमने […]
सफलता और संघर्ष: एक साथ चलने वाली प्रक्रिया

प्रायः ऐसा माना जाता है कि सफल होने के लिए हमें कड़ी मेहनत और संघर्ष करना पड़ता है, जो कि उचित भी है। हमारा समाज भी हमें यही सिखाता है कि यदि आप कठिन परिश्रम करें, तो सफल हो सकते हैं। इस सोच से आमतौर पर यह धारणा बनती है कि सफलता एक ऐसा पद […]
डॉ. भीमराव अंबेडकर: राष्ट्र निर्माण के वास्तविक आयाम

डॉ. अंबेडकर का राष्ट्र निर्माण में योगदान केवल संविधान तक सीमित नहीं था। जानिए उनके सामाजिक सुधार, आर्थिक दृष्टिकोण और लोकतांत्रिक आदर्शों को।
सफलता: कठिन परिश्रम का परिणाम या भ्रम

सफलता एक ऐसा विचार है जो न तो हर किसी के लिए एक जैसा होता है और न ही इसे किसी एक मानक से मापा जा सकता है। यह एक अमूर्त विचार है — जो अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग अर्थ रखता है। कोई इसे धन अर्जित करने से जोड़ता है, तो कोई आत्मिक शांति […]